(सैय्यद नईम अहमद, वरिष्ठ पत्रकार)
लखनऊ। रविवार सुबह कुकरैल नाले से दो दिनों से लापता छह वर्षीय बच्ची का अर्धनग्न अवस्था में बोरे में बंद शव मिला। मृतक बच्ची के हाथ भी बंधे थे। बच्ची के परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई है।
पड़ोस के 15 वर्षीय किशोर पर पुराने विवाद को लेकर घटना को अजांम देने का आरोप लगाया है।
पूछताछ में आरोपी किशोर ने बताया कि शुक्रवार दोपहर बच्ची को घर के बाहर से टॉफी का लालच देकर अगवाकर ले गया था। दुष्कर्म के विरोध पर उसकी हत्या कर दी है। महानगर कोतवाली में घरवालों की तहरीर पर शुक्रवार रात को ही अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी।
घटना से आक्रोशित परिवारीजनों ने मोहल्ले वालों के साथ मिलकर फैजाबाद रोड पर शव रखकर दो घंटे तक प्रदर्शन किया। जिससे सड़क पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस-प्रशासन के साथ प्रदेश सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से धक्कामुक्की के साथ नोकझोंक हो गई। आक्रोशित भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया।
सीओ महानगर संतोष कुमार सिंह के मुताबिक आरोपी किशोर के साथ शव छुपाने में उसके दो बालिग भाई दुर्गेश, दीपक व पिता नन्हके को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपित मूलरूप से गोंडा के रहने वाले हैं। यहां अकबरनगर में रहते थे।
बालिका के बहन के मुताबिक थाना महानगर की पुलिस उन्हे व उसके परिवार को कोतवाली में घुसने नहीं दे रही थी। इस मामले में थाना प्रभारी विकास कुमार पाण्डेय की भूमिका संदिग्ध है। गौरतलब है कि दागी महाभ्रष्ट निरीक्षक विकास कुमार पाण्डेय महानगर के बादशाह नगर कालोनी का निवासी है तथा प्रापर्टी के व्यवसाय में व्यस्त रहता है।
स्थानीय लोगों ने इस दागी निरीक्षक विकास कुमार पाण्डेय द्वारा नाजायज़ तरीके से कमाई गई अपार सम्पत्तियों की जांच कराने तथा बर्खास्त करने की मांग की है।