Syed Naim Ahmad, National Political Editor-In-Chief, Sr. Law Reporter
समाधान टीम/एसएनए, लखनऊ: 26 जून, 2020, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरूकता सृजित करने तथा संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किया जाना आवश्यक है। इसके दृष्टिगत उन्होंने सभी सरकारी तथा निजी चिकित्सालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड एवं नाॅन कोविड चिकित्सालयों के कार्यों की निरन्तर माॅनिटरिंग की जाए। इन अस्पतालों से लगातार संवाद बनाकर चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रैपिड एन्टीजेन टेस्टिंग को बढ़ाने की आवश्यकता है। इस विधि को अपनाकर कम समय में सैम्पल के जांच परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए जाने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन को रोकने के लिए चिकित्साकर्मियों को सभी सावधानियों की जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए डाॅक्टरों तथा अन्य चिकित्साकर्मियों की ट्रेनिंग का कार्य लगातार संचालित किया जाए। मेडिकल टीम को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, ग्लव्स एवं सेनिटाइजर आदि की सुचारु व्यवस्था बनाए रखी जाए। पुलिस तथा पी0ए0सी0 के कार्मिकों को संक्रमण से बचाने के लिए सभी सावधानियां बरती जाए।
कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में बेहतर सर्विलांस की उपयोगिता का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। स्क्रीनिंग टीम के माध्यम से मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। इसके लिए टीम को इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर उपलब्ध कराए जाएं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग का कार्य निरन्तर किया जाए। बाजारों, चैराहों आदि में नियमित तौर पर फुट पेट्रोलिंग करते हुए सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न हो। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का अवश्य उपयोग करें। उन्होंने वृद्धाश्रम, महिला संरक्षण गृह तथा बालगृह में रैण्डम चेकिंग कराते हुए संक्रमण को नियंत्रित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकाशीय बिजली की आपदा से सुरक्षित रखने के उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। इस सम्बन्ध में बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी लोगों को बताई जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से दैवीय आपदा से होने वाली जनहानि को रोका जा सकेगा। उन्होंने गौवंश के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश भी दिए।
इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव पशु पालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कैसे सुधरेगी हमारी नौकरशाही
@DGPUP साहब! आखिर दागी महाभ्रष्ट विकास कुमार पाण्डेय (पीएनओ नम्बर- 010510038) की नियुक्ति लखनऊ से सटे बाराबंकी-उन्नाव-कानपुर आदि बार्डरों पर ही क्यों की जाती है इसकी वजह क्या है? लोग जानना चाहते हैै…
पुलिस का चर्चित प्रापर्टी डीलर महाभ्रष्ट विकास कुमार पाण्डेय (पीएनओ नम्बर- 010510038) के विरूद्ध कोई कार्यवाही करने के बजाय उसके विरूद्ध तमाम आपराधिक मुकदमे दर्ज होने के बावजूद आउट ऑफ़ टर्न वाले को डिप्टी एसपी बना दिया तथाकथित प्रमोशन को रिवर्ट कर बर्खास्त करने की मांग..
इसे पुलिस की लापरवाही कहें या दबंगों का रसूख क्योंकि महाभ्रष्ट विकास कुमार पाण्डेय (पीएनओ नम्बर- 010510038) के विरूद्ध कोई कार्यवाही करने के बजाय उसके विरूद्ध तमाम आपराधिक मुकदमे दर्ज होने के बावजूद आउट ऑफ़ टर्न वाले इस महाभ्रष्ट इंस्पेक्टर विकास कुमार पाण्डेय से घोटालेबाज़ अफसरों ने मोटी रकम लेकर नाजायज़ तरीके से डिप्टी एसपी बना दिया इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के मीडिया से जुड़े प्रभावशाली व्यक्ति की भूमिका संदिग्ध है जिसके फोटो महाभ्रष्ट निरीक्षक विकास कुमार पाण्डेय के साथ सोशल मीडिया पर देखे जा सकते है।