Syed Naim Ahmad, National Political Editor-In-Chief, Sr. Law Reporter
समाधान टीम/एसएनए, लखनऊ: यूपी पुलिस का दरोगा बनने पर भी कानून को कोई एतराज नहीं था, मगर जब वो कानून की जगह कानून के दुुश्मनों की किताब पढ़कर खुद ही खाकी को शर्मसार करने लगा तब कानून की नजरें टेढ़ी हुई तो उसके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए।
बता दें कि डराने धमकाने व रसूख दिखाने के लिये कोर्ट में मौजूद प्रभावशाली दरोगा दलबल एवं गनर के साथ ड्यूटी में बावर्दी के विरूद्ध कार्रवाई करने के लिये वरिष्ठ न्यायाधीश ने खुली अदालत में अपने स्टेनो को बोलकर लिखाया गया आदेश को भी इस प्रभावशाली दरोगा ने सांठगांठ करके पत्रावली से गायब करा दिया इस सम्बन्ध में मुख्य न्यायाधीश से मांग की गई कि स्टेनो की (शार्ट हैण्ड बुक) एवं पत्रावली को कब्ज़े में लेकर उच्च स्तरीय जांच करायी जाए।
खाकी को शर्मसार करने वाले दागी दरोगा को अदालत में पुलिस वर्दी में आने पर रोक लगा दी
ताजिरात-ए-हिंद की सारी दफाएं जब एक-एक कर वो तोड़ने लगा तो बाकी छटे हुए बदमाश भी उसके सामने बौने होते चले गए ये कहानी एक खाकी को शर्मसार करने वाले कुख्यात गुण्डे कि या यूं कहें कि बेईमान सफेदपोश, मीडिया दलाल और प्रभावशाली अफसर भी उसके आगे-पीछे होते रहते है।
खाकी-खादी और माफिया का गठजोड़ पर आधारित शार्ट फिल्म के जरिये होगा खुलासा!
